"रक्त में निष्ठा, संस्कृति में गौरव"
निबंध: सांस्कृतिक सम्बन्धों में निहित भारतीय आत्मगौरव और मातृभूमि निष्ठा भारतवर्ष की आत्मा उसकी संस्कृति, मूल्यों और उसके अनगिनत ऐतिहासिक सम्बन्धों में बसती है। आज के समय में जब कुछ लोग निजी आकांक्षाओं और पैसे की लालसा में अपने मूल संस्कारों से विमुख हो रहे हैं, तब यह और भी आवश्यक हो जाता है कि हम अपने पूर्वजों की वीरता, अपने खून की निष्ठा, और पड़ोसी देशों से जुड़े हमारे सांस्कृतिक रिश्तों को सही प्रकार से समझें और सम्मान दें। कुछ लोग जो स्वयं को भारतीय कहते हैं, वे चरित्रहीनता और पाखंड के प्रतीकों को ‘आदर्श’ बना लेते हैं। जैसे कुछ तथाकथित बिहारी लोग बॉलीवुड की एक विवादास्पद महिला कलाकार राखी सावंत को "अम्मा" कहते हैं, जिसने कथित तौर पर पैसों के लालच में पाकिस्तान के एक मौलाना से विवाह कर लिया—ऐसे देश से, जो हमारा घोषित शत्रु है। लेकिन यहां यह स्पष्ट कर देना आवश्यक है कि भारतीयता सिर्फ खून में नहीं, बल्कि कर्म, सोच और निष्ठा में भी होती है। मैं भले ही एक सैनिक नहीं हूं, परंतु मेरे रगों में बह रहा वह खून तीन स्वतंत्रता सेनानियों और एक ईमानदार पुलिस अधिकारी का है। म...