"समय ही सच्चे संबंधों की पहचान" ✅






समय और संबंधों का वास्तविक मूल्य

जीवन में समय का महत्व सभी समझते हैं। अक्सर लोग कहते हैं कि जिस व्यक्ति के पास समय न हो, उसे परेशान नहीं करना चाहिए। यह बात सही भी है, क्योंकि हर इंसान का जीवन व्यस्तताओं से भरा होता है। परंतु, संबंधों की गहराई का असली मापदंड यह नहीं है कि कोई इंसान कितना खाली है, बल्कि यह है कि वह अपनी व्यस्तताओं के बीच भी आपके लिए कितना समय निकालता है।

हर किसी के पास दिन में समान चौबीस घंटे ही होते हैं। इनमें से जो पल कोई आपके लिए समर्पित करता है, वह उसके प्रेम, सम्मान और आपके प्रति अपनत्व का प्रतीक है। हमें यह भी सोचना चाहिए कि कहीं कोई व्यक्ति सिर्फ खालीपन या समय बिताने के लिए तो हमारे साथ नहीं बैठा है। वहीं, यदि कोई अपने सैकड़ों कामों और जिम्मेदारियों के बावजूद आपके लिए समय निकालता है, तो समझिए वह वास्तव में आपकी अहमियत समझता है।

सच्चे संबंधों की पहचान यही है कि वे समय के अभाव में भी एक-दूसरे के लिए जगह बना लेते हैं। ऐसे लोग सिर्फ बातें करने के लिए समय नहीं देते, बल्कि अपनी मेहनत, अपनी सोच और अपनी प्राथमिकताओं में भी आपको शामिल करते हैं।

इसलिए, हमें उन लोगों की कद्र करनी चाहिए जो व्यस्तताओं के बावजूद हमें प्राथमिकता देते हैं। क्योंकि यही वे लोग हैं जो अपने जीवन की भागदौड़ में भी हमारे लिए रुककर यह जताते हैं कि हम उनके लिए महत्वपूर्ण हैं।



Popular posts from this blog

"अलगाववाद: आत्मकेंद्रिकता और समाज पर उसका कुप्रभाव"

राजसिक श्रेणी कि अठावन महान क्रान्तिकन्याओ कि विनियोग एवं आह्वान मन्त्रों के साथ साथ स्तोत्र भी

असम के अलावा भारत के कोन से राज्य कि मिथक रहस्य असम के कोन से जिले के साथ जुड़े हुए हैं